
जम्मू-कश्मीर की माव्या सूदन बनी रियासत की पहली महिला फाइटर प्लेन पायलट, उनकी दादी ने क्या कहा
Zee News
म्मू-कश्मीर की रहने वाली माव्या सूदन ने भारतीय वायुसेना में महिला फाइटर पायलट नियुक्त की गईं हैं. उनके इस कामयाबी से पूरे गाँव में जश्न का माहौल है.
नई दिल्ली: जम्मू- कश्मीर की रहने वाली माव्या सूदन ने भारतीय वायुसेना में जम्मू-कश्मीर की पहली महिला फाइटर पायलट बनकर इतिहास रच दिया है. माव्या राजौरी में नौशेरा की सीमा तहसील के लम्बेरी गांव की रहने वाली हैं. माव्या ने फ़्लाइंग ऑफिसर के रूप में IAF में भर्ती हुई थीं. माव्या भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाली 12वीं महिला अफसर और फाइटर पायलट के रूप में शामिल होने वाली राजौरी की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं. राजनीति विज्ञान में स्नातक हैं माव्या 23 वर्षीय माव्या ने चंडीगढ़ के डीएवी से कॉलेज से राजनीति विज्ञान से स्नातक किया था. इसके पहले माव्या ने जम्मू के कार्मल कान्वेंट स्कूल में अपनी शिक्षा हासिल की है. माव्या सूदन ने तेलंगाना के हैदराबाद में डुंडिगल वायुसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड में भाग लेकर अपने देश, राज्य और जिले का नाम रौशन किया है. आपको बता दें कि पासिंग आउट परेड में माव्या ही इकलौती ऐसी महिला फाइटर पायलट थीं जिसने ये उपलब्धि हासिल की. शनिचर को हैदराबाद में मुनअक्किद इस पासिंग आउट परेड में एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार भदौरिया भी मौजूद थे.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








