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जंग से ज्यादा शांतिकाल में जान गंवा रहे जवान, हैरान कर देंगी सैनिकों की ऐसी मौतें, जानिए वजह
Zee News
भारत में जंग से ज्यादा सैनिक शांतिकाल में जान गंवा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में सैनिकों की अप्राकृतिक मौतों के आंकड़े देते हुए यह दावा किया गया है. 2022 में रक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि तीनों सेनाओं में पिछले पांच वर्षों में 819 आत्महत्याएं रिपोर्ट हुई हैं. इनमें 642 आत्महत्याएं आर्मी, 148 एयर फोर्स और 29 नेवी में हुई हैं.
नई दिल्लीः भारत में जंग से ज्यादा सैनिक शांतिकाल में जान गंवा रहे हैं. यूरेशियन टाइम की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. रिपोर्ट में सैनिकों की अप्राकृतिक मौतों के आंकड़े दिए गए हैं. 2022 में रक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि तीनों सेनाओं में पिछले पांच वर्षों में 819 आत्महत्याएं रिपोर्ट हुई हैं. इनमें 642 आत्महत्याएं आर्मी, 148 एयर फोर्स और 29 नेवी में हुई हैं.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









