
छत्तीसगढ़ में पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों के यहां ईडी छापे प्रतिशोध की राजनीति: कांग्रेस
The Wire
प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें कांग्रेस विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के आवास भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा की सफलता और अडानी समूह पर लगे आरोपों से 'निराश' है. यह छापा ध्यान भटकाने का प्रयास है.
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें कांग्रेस विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के आवास भी शामिल हैं, जिस पर कांग्रेस ने कहा कि यह भाजपा की ‘प्रतिशोध और उत्पीड़न की राजनीति’ का हिस्सा है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष, पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक सहित मेरे कई साथियों के घरों पर आज ईडी ने छापा मारा है। पिछले 9 सालों में ED ने जो रेड की हैं उसमें 95% विपक्षी नेता हैं, और सबसे ज़्यादा कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने कोयला लेवी मामले की जांच के तहत 10-12 जगहों पर छापेमारी की. जांच आयकर विभाग की एक शिकायत पर आधारित है, जिसमें दावा किया गया है कि वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों द्वारा छत्तीसगढ़ में परिवहन किए गए कोयले से 25 रुपये प्रति टन की अवैध वसूली की गई थी. चार दिनों के बाद रायपुर में कांग्रेस का महाधिवेशन है। तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौसले नहीं तोड़े जा सकते। 1/2 रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन के पहले मोदी सरकार द्वारा ED का दुरपयोग कर छत्तीसगढ़ के हमारे कांग्रेस नेताओं पर छापा मारना, भाजपा की कायरता को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक वरिष्ठ सहयोगी को मामले में कथित संलिप्तता के लिए दिसंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था. — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 20, 2023 1/2
यह छापे रायपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्ण सत्र से ठीक पहले पड़े हैं. राज्य में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. — Mallikarjun Kharge (@kharge) February 20, 2023
