
चुनाव से पहले Prashant Kishor ने अमरिंदर सिंह के सलाहकार के पद से दिया इस्तीफा
Zee News
राजनीतिक रणनीतिकार को 1 मार्च को प्रति माह 1 रुपये के सांकेतिक मानदेय के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था.
चंडीगढ़: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Captian Amrinder Singh) के प्रधान सलाहकार के ओहदे से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही कहा है कि वह सार्वजनिक जीवन से अस्थायी ब्रेक लेने के अपने फैसले के मद्देनजर इस्तीफा दे रहे हैं किशोर ने मुख्यमंत्री को लिखे खत में कहा, "जैसा कि आप जानते हैं, सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश लेने के मेरे फैसले के मद्देनजर, मैं आपके प्रधान सलाहकार के तौर पर जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम नहीं हूं. चूंकि मुझे अभी तक अपने भविष्य के काम के बारे में फैसला लेना है. मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि कृपया मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करने का कृप्या करें."
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









