चीन जिस 'मंदिर' को मानता है युद्ध का प्रतीक, जापानी PM ने वहां दान देकर सबको चौंकाया
Zee News
जापान में प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद फुमियो किशिदा ने पहली बार किसी धार्मिक स्थल को दान भेजा है. किशिदा ने जिस मंदिर को दान दिया है वो काफी विवादित जगह है.
टोक्यो: जापान के नए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने टोक्यो के एक धर्मिक स्थल में रविवार को दान दिया. किशिदा ने जिस मंदिर में दान दिया है उस जगह को चीनी और कोरियाई लोग जापानी युद्ध हमलों का प्रतीक मानते हैं. हालांकि, किशिदा ने व्यक्तिगत रूप से उस मंदिर में जाकर दर्शन नहीं किए. किशिदा ने यासूकुनी श्राइन (Yasukuni Shrine) के शरद उत्सव के मौके पर 'मासाकाकी' धार्मिक आभूषण दान स्वरूप भेजे हैं.
आपको बता दें किशिदा ने 4 अक्टूबर को जापान के नए प्रधानमंत्री का पद संभाला था, जिसके बाद से उनकी यह पहली धार्मिक गतिविधि है. दरअसल बीसवीं सदी के पूर्वार्द्ध (First Half) में जापान द्वारा किए गए हमले से पीड़ित चीनी और कोरियाई लोग इस मंदिर को जापान के आक्रमण का प्रतीक मानते हैं. जापानी प्रधानमंत्री के इस कदम को उनके आलोचक, देश के युद्ध अत्याचारों को लेकर पश्चाताप नहीं होने के रूप में देखते हैं.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश ‘अकेला भी खड़ा’ रहेगा. नेतन्याहू का यह बयान, बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें कहा गया है कि अमेरिका, इजराइल को दक्षिणी गाजा शहर रफह पर हमले के लिए हथियार मुहैया नहीं करेगा.