
चाईबासा में टेंडर मैनेज करने की कोशिश, विधायक के नाम पर रेलकर्मी को धमकाया
Zee News
Chaibasa Samachar: मामले की जानकारी मिलने के बाद विधायक सुखराम उरांव ने फोन नंबर की जांच करवाई, जिसमें पता चला कि ये नंबर चक्रधरपुर में शीतला मंदिर इलाके में रहनेवाले रुपेश साव का है.
Chaibasa: चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव (Sukhram Oraon) के नाम से रेलवे कर्मचारी को धमकाने का मामला सामने आया है. इसका आरोप BJP के पूर्व नेता रुपेश साव पर लगाया गया है. विधायक सुखराम उरांव ने चक्रधरपुर थाने में इस बाबत केस भी दर्ज करवाया है. इसी क्रम में पुलिस का कहना है कि रुपेश साव फरार है और उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है. कौन है रुपेश साव बता दें कि रुपेश साव BJP के पूर्व नगर अध्यक्ष रह चुके हैं. वो पिछले विधानसभा चुनाव में BJP छोड़कर JMM में शामिल हुए थे.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









