
ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर अब बनेगा Greater Agra, वर्ल्ड क्लास कंसल्टेंट का होगा चयन
Zee News
एडीए वाइस चांसलर अब ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर खूबसूरत ग्रेटर आगरा विकसित करने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए कवायद भी शुरू की जा चुकी है. 612 हेक्टेयर की भूमि पर ग्रेटर आगरा बनाने की तैयारी की जी रही है.
शोभित चतुर्वेदी/आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा को सुंदर और आकर्षक बनाने में Agra Development Authoirty (ADA) जुटा हुआ है. बताया जा रहा है कि ग्रेटर आगरा बनाने के लिए विश्व स्तरीय कंसल्टेंट से बात की जा रही है. 612 हेक्टेयर भूमि पर प्रस्तावित ग्रेटर आगरा के लिए कंसल्टेंट के चयन के लिए ग्लोबल टेंडर निकाला जाएगा. एडीए के वाइस चांसलर राजेन्द्र पेंसिया, जहां शहर का स्वरूप बदलने में लगे हैं, वहीं लगातार एडीए की आय बढ़ाने में भी जुटे हुए हैं. यह भी बताया जा रहा है कि संपत्तियों की बिड में एडीए को 16 करोड़ से भी अधिक आय हुई है. यह पिछली बार से काफी ज्यादा है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









