
क्यों योगी ही हैं यूपी में बीजेपी के खेवनहार...
NDTV India
कोरोना काल में मायावती और अखिलेश यादव जमीन पर नहीं दिखे. मायावती कह चुकी हैं कि वे इस बार तालमेल नहीं करेंगी. अखिलेश यादव और जयंत चौधरी का गठबंधन तय है. इसमें कांग्रेस भी आ जाए तो एक बड़ी ताकत बन सकती है जो बीजेपी को चुनौती दे सकने की स्थिति में होगी. योगी (Yogi Adityanath) के लिए फिलहाल चुनौती विपक्ष नहीं, बीजेपी के भीतर से ही है.
लखनऊ के शांत पानी में लहरें पैदा कर बीजेपी के संगठन महासचिव बी एल संतोष और वरिष्ठ नेता तथा यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह दिल्ली वापस आ गए. उनकी दो दिन की यात्रा को लेकर राजनीतिक हलकों में जबर्दस्त अटकलों का दौर लगा. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा से मिलने के साथ ही वरिष्ठ मंत्रियों और विधायकों से भेंट की. उनकी यात्रा का मकसद पंचायत चुनावों में पार्टी के लचर प्रदर्शन, कोरोना से बने हालात पर राज्य सरकार के कुप्रबंधन, विधायकों-सांसदों की नाराजगी और आठ महीने बाद होने वाले चुनाव की तैयारियों के लिए फीडबैक लेना था. दोनों ही नेता पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को इस फीडबैक की जानकारी देंगे.More Related News
