
क्या जय प्रकाश नारायण बन सकते थे देश के दूसरे पीएम? ठुकराया था नेहरु का ये प्रस्ताव
Zee News
Jayaprakash Narayan Birth Anniversary: जब जय प्रकाश नारायण ने इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था तब उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का तीसरा मौका मिला था.
नई दिल्ली: क्या जय प्रकाश नारायण (Jayaprakash Narayan) जवाहर लाल नेहरु (Jawaharlal Nehru) के बाद देश के दूसरे प्रधानमंत्री (Second Prime Minister Of India) बन सकते थे? 11 अक्टूबर 1902 को उनका जन्म उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बलिया में हुआ था और वर्ष 1974 में उन्होंने ही सम्पूर्ण क्रान्ति का नारा दिया था. हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि उनके जीवन में तीन बार ऐसे मौके आए जब वो देश के प्रधानमंत्री बन सकते थे.
वर्ष 1952 में देश के पहले लोक सभा चुनाव के बाद जवाहर लाल नेहरु नई सरकार के गठन की तैयारी कर रहे थे और वो अपनी टीम में एक ऐसा सदस्य चाहते थे, जो प्रधानमंत्री रहते हुए उनके गलत फैसलों और नीतियों की आलोचना करने में जरा भी ना डरे और इस रोल के लिए जे. पी. सबसे फिट नेता थे.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









