क्या आपको पता है ये काम भी आते हैं बिजली चोरी की श्रेणी में, इनसे बचें नहीं तो आपको जाना पड़ सकता है जेल
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आखिर कौन-कौन-सा अमल बिजली चोरी में आता है, यह लोगों को पता भी नहीं होता है. कई लोग अनजाने में भी बिजली की चोरी करते हैं. आइये जानते हैं क्या है बिजली चोरी.
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश और बिहार समेत मुल्क के कई रियासतों में बिजली चोरी की समस्या बेहद आम है. लाख कोशिशों के बाद भी इसे रोका नहीं जा सका है. इससे सालाना बिजली कंपनियों को करोड़ो का नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं बिजली चोरी को कानूनन जुर्म माना गया है. पकड़े जाने पर इस जुर्म के लिए जुर्माना और जेल की सजा या दोनों हो सकती है. हालांकि दूसरी मुश्किल यह भी है कि आखिर कौन-कौन-सा अमल बिजली चोरी में आता है, यह लोगों को पता भी नहीं होता है. कई लोग अनजाने में भी बिजली की चोरी करते हैं. ये सारे अमल हैं गैर- कानूनी जान-बूझकर बिजली मीटर से छेड़छाड़ कर उसे खराब करना या किसी तरह का नुकसान पहुंचाना गैर कानूनी है. किसी दूसरे टैरिफ में कनेक्शन लेकर किसी दूसरे टैरिफ में बिजली का इस्तेमाल करना भी गैर कानूनी है. बिजली बिल कम करने के लिए मीटर के अंदर कोई डिवाइस लगाना भी कानूनन जुर्म है. मीटर की क्षमता से ज्यादा बिजी खर्च करना कटे हुए बिजली कनेक्शन को बिना बकाया जमा किए चालू कराना, अपने कनेक्शन से किसी और को बिजली बेचना, खरीदना सभी को अपराध माना गया है. एक कनेक्शन लेकर घर में दो जगह से बिजली का कनेक्शन लाना, भारी मशीनों को चोरी की बिजली से चलाना सभी को बिजली कानूनों के मुताबिक दंडनीय अपराध बताया गया है.Delhi Baby Care Center Fire: देश की राजधानी दिल्ली से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां के एक बेबी अस्पताल में भीषण आग लगने से 6 बच्चों की झुलसकर मौत हो गई है. वहीं, 5 बच्चों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. उनका इलाज चल रहा है, जबकि एक बच्चा वेंटिलेटर पर है. रिपोर्ट्स की मानें, तो यह घटना शनिवार 25 मई देर रात की है.
Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.