
कोवैक्सीन, देसी होने के बाद भी इतनी महँगी क्यों?
BBC
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की वैक्सीन पॉलिसी में बदलाव कर निजी अस्पतालों में वैक्सीन की कीमत तय कर दी है. इसके बाद कोवैक्सीन की कीमत 1410 रुपये है.
साल 2020, अगस्त का पहला हफ़्ता. एक पब्लिक इवेंट में मौजूद भारत बायोटेक के चेयरमैन डॉ. कृष्णा एला से सवाल पूछा गया, 'कंपनी जो कोवैक्सीन बना रही है उसकी क़ीमत क्या आम लोगों के पहुँच में होगी?' इस सवाल के जवाब में भारत बायोटेक के चेयरमैन डॉ. कृष्णा एला ने कहा था, "एक पानी की बोतल के दाम से कम होगा टीके का दाम." 10 महीने बाद उनका ये बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर लोग सवाल कर रहे हैं कि 10 महीने में ऐसा क्या हुआ कि प्राइवेट अस्पतालों में लगने वाली कोवैक्सीन अब भारत में बिकने वाली कोरोना की सबसे महँगी वैक्सीन हो गई है.More Related News
