कोरोना संकट के बीच फेक वैक्सीन सर्टिफिकेट का खतरा, 10 गुना बढ़ा काला बाजार
Zee News
कोरोना संकट के बीच कई देश वैक्सीन सर्टिफिकेट लेकर आ रहे हैं ताकि निगरानी की जा सके कि किसे टीका लगाया गया है और किसे अभी भी वैक्सीन शॉट लेने की जरूरत है, लेकिन इस बीच नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट (Fake Covid-19 Vaccine Certificate) की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ वैक्सीन को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है और दुनियाभर के देश अपने नागरिकों को जल्द से जल्द टीका लगवाने का आग्रह कर रही है. कई देश अब वैक्सीन सर्टिफिकेट लेकर आ रहे हैं ताकि निगरानी की जा सके कि किसे टीका लगाया गया है और किसे अभी भी वैक्सीन शॉट लेने की जरूरत है, लेकिन इस बीच नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट (Fake Covid-19 Vaccine Certificate) की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है.
कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर कुख्यात काला बाजार अब अपनी पकड़ बना चुका है और जैसे-जैसे ज्यादा से ज्यादा देश वैक्सीन सर्टिफिकेट लेकर आ रहे हैं, फेक सर्टिफिकेट का बाजर बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ महीनों में नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट (Fake Corona Vaccine Certificate) का काला बाजार दस गुना बढ़ गया है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश ‘अकेला भी खड़ा’ रहेगा. नेतन्याहू का यह बयान, बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें कहा गया है कि अमेरिका, इजराइल को दक्षिणी गाजा शहर रफह पर हमले के लिए हथियार मुहैया नहीं करेगा.