कोरोना: मुश्किल वक़्त में मदद के लिए साथ आईं कई कंपनियां
BBC
विभिन्न उद्योगों से जुड़े 19 लोगों का एक समूह फ़िनिक्स बिज़नेस ओनर्स ग्रुप दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी क़िल्लत से निपटने के लिए मुफ़्त सेवाएं दे रहा है
देश के कई इलाक़ों में लोग बिना ऑक्सीजन के दम तोड़ रहे हैं. ऑक्सीजन सिलेंडर या तो मिल नहीं रहे हैं, और मिल रहे हैं तो 50,000 से एक लाख रुपए ब्लैक में. अस्पतालों में जब ऑक्सीजन गैस ख़त्म हो रही है तो रिश्तेदारों से कहा जा रहा है कि वो या तो मरीज़ को ले जाएं या ऑक्सीजन लेकर आएं जिसका इंतज़ाम करने के लिए लोग बदहाल मारे मारे फिर रहे हैं, इस डर से कि कहीं उनके माता, पिता, भाई, बहन, रिश्तेदार उनकी बांहों में ऑक्सीजन के बिना तड़पकर न मर जाएं. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक़ भारत में कोविड-19 से दो लाख से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं और पिछले 24 घंटों में 3,645 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में विभिन्न उद्योगों से जुड़े 19 लोगों का एक समूह फ़िनिक्स बिज़नेस ओनर्स ग्रुप दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी क़िल्लत से निपटने के लिए मुफ़्त सेवाएं दे रहा है. इस गुट से जुड़े मनीष मदान ने बताया कि अगले कुछ दिनों के लिए उन्होंने बिज़नेस को किनारे पर रख दिया है और समाज के प्रति ज़िम्मेदारियों को सबसे आगे. पिछले दिनों ऑक्सीजन की कमी से तड़पते लोगों की मौत की तस्वीरों, श्मशान घाटों में जलती चिताओं, आंखों के सामने अपनों की मौत होते देखने की कहानियों ने लोगों की आत्मा को झकझोर दिया है और लोग इस डर के साथ जी रहे हैं कि अपनों के बारे में मिलने वाला समाचार कहीं इतना ही भयावह न हो.More Related News