
कोरोना मामले बढ़े तो आई वेंटिलेटर्स की याद लेकिन PM CARE फंड से खरीदे गए ज्यादातर वेंटिलेटर्स खुद 'बीमार'
NDTV India
पीएम केयर फंड (PM CARE FUND) से पिछले साल 2000 करोड़ रुपये के वेंटिलेटर खरीद की बात हुई, इसे मेड इन इंडिया का नारा दिया गया. लेकिन हालत यह है कि आज मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में ऐसे कई वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं. कई अस्पतालों में तो डॉक्टरों ने लिख दिया कि ये वेंटिलेटर इतने घटिया हैं कि वे इससे काम नहीं कर सकते.
पिछले साल जब कोरोना के मामले बढ़ने लगे तब देश को वेंटिलेटर्स की याद आई.पहले भारत में ज्यादातर वेंटिलेटर्स विदेशों से आते थे, वहां की संस्थाओं से प्रमाणित, लेकिन पीएम केयर फंड (PM CARE FUND) से पिछले साल 2000 करोड़ रुपये के वेंटिलेटर खरीद की बात हुई, इसे 'मेड इन इंडिया' का नारा दिया गया. लेकिन हालत यह है कि आज मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में ऐसे कई वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं. कई अस्पतालों में तो डॉक्टरों ने लिख दिया कि ये वेंटिलेटर इतने घटिया हैं कि वे इससे काम नहीं कर सकते.More Related News
