
कोरोना के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर की जंग में शामिल हुई वायुसेना, ऑक्सीजन सिलेंडर-दवाईयां कर रही है एयरलिफ्ट
Zee News
कोरोना के खिलाफ दिल्ली एनसीआर की जंग में वायुसेना भी शामिल हो गई है और अपनी भूमिका का विस्तार करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाएं कर रही है एयरलिफ्ट.
नई दिल्ली: भारत कोरोनावायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है और यहां जरूरी दवाओं से लेकर ऑक्सीजन की भारी कमी है. इस बीच केंद्र ने जरूरी सेवाओं को तुरंत प्रभाव से उपलब्ध कराने के लिए कमर कस ली है और अब भारतीय वायुसेना ने वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी भूमिका का विस्तार किया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की कमी है और यहां इनकी आपूर्ति के लिए वायुसेना को जिम्मेदारी दी गई है. भारतीय वायुसेना ने महामारी से लड़ाई में मदद करने के लिए कर्मियों, डॉक्टरों और नर्सिग कर्मचारियों को एयरलिफ्ट (विमान द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जाना) करना शुरू कर दिया है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








