कोरोना के कठिन वक्त में भी भारतीयों ने समय पर चुकाया कर्ज, ऋण न चुकाने के मामलों में कमी
NDTV India
सिबिल की रिपोर्ट कहती है कि कोरोना महामारी के प्रकोप के बावजूद विलफुल डिफॉल्टर यानी जानबूझकर ऋण न चुकाने वाले (Willful Defaulters) की तादाद में कमी हुई. वित्त वर्ष 2020-21 के अंत में ऐसे मामलों के तहत बकाया राशि 1.90 प्रतिशत घटकर 2.11 लाख करोड़ रुपये रह गई है.
कर्ज को समय पर चुकाने की भारतीयों की आदत कोरोना महामारी के कठिन दौर में भी नहीं बदली है. महामारी के दौरान भी ज्यादातर भारतीयों ने समय पर अपना ऋण चुकाया है. ट्रांसयूनियन सिबिल (Transunion Cibil) की रिपोर्ट इस पर मुहर लगाती है. सिबिल की रिपोर्ट कहती है कि कोरोना महामारी के प्रकोप के बावजूद विलफुल डिफॉल्टर यानी जानबूझकर ऋण न चुकाने वाले (Willful Defaulters) की तादाद में कमी हुई. वित्त वर्ष 2020-21 के अंत में ऐसे मामलों के तहत बकाया राशि 1.90 प्रतिशत घटकर 2.11 लाख करोड़ रुपये रह गई है.More Related News