
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में झारखंड सरकार, राज्य में लगेंगे 54 ऑक्सीजन प्लांट
Zee News
झारखंड में 54 ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 31 जुलाई तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया और सभी ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के लिए दो-दो लोग प्रशिक्षित किए जाएंगे.
Ranchi: झारखंड सरकार कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए पहले से तैयारी में जुटी है. इसके लिए राज्य में 54 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है. 31 जुलाई तक ऑक्सीजन प्लांट इंस्टॉलेशन के काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है. कोरोना की दूसरी लहर झारखंड में दम तोड़ने के करीब है. लेकिन झारखंड का स्वास्थ्य विभाग किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है. तीसरी लहर के आक्रमण को देखते हुए झारखंड में 54 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है. जिसमें से 2 ऑक्सीजन प्लांट जामताड़ा और खूंटपानी के लिए जगह बदलने का निवेदन भारत सरकार को भेजा गया है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









