कैप्टन के बचाव में अरूसा आलम, आरोप लगाने वालों को बताया 'राजनीतिक अनाथ', पूछा- इतना कैसे गिर सकते हो?
News18
Punjab Politics Congr अरूसा आलम ने कहा कि जब मैं कैप्टन साहब 2006 में मिले, तो मैं 50+ की थी और वह 60+ के थे, इसलिए यदि आप इसे प्रेम प्रसंग कहते हैं और इसे रोमांटिक एंगल देने की कोशिश करते हैं, तो यह बहुत गलत है.
चंडीगढ़. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) की पाकिस्तानी पत्रकार महिला मित्र अरूसा आलम (Aroosa Alam) को लेकर पंजाब की सियासत में बवाल मचा हुआ है. अरूसा आलम पर आईएसआई एजेंट (ISI agent) होने के आरोप लगाए जा रहे हैं. सफाई में अमरिंदर सिंह ने बीते सोमवार को आलम की देश के गणमान्य व्यक्तियों के साथ 14 तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की. इस घटनाक्रम के बाद अरूसा आलम ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि ‘मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि अमरिंदर ने मुझे इस पूरी दुनिया में अपना दोस्त बनाने के लिए चुना है … हमारा मानसिक और आईक्यू स्तर बहुत समान है।’
आईएसआई एजेंट होने पर क्या कहा इस्लामाबाद से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान अरूसा ने अपने ऊपर लगे आईएसआई एजेंट होने के आरोपों को लेकर कहा कि मैं बहुत दुखी हूं, बहुत निराश हूं। मैं पिछले 16 साल से भारत आ रही हूं, हर साल मुझे एक साल का वीजा ड्यू क्लीयरेंस के बाद मिलता था. अरूसा ने कहा कि क्या आरोप लगाने वालों को लगता है कि रॉ के भी आईएसआई से हाथ मिले हुए हैं. आपकी आईबी, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां, भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार- क्या वे सभी आईएसआई पेरोल पर थीं जिनसे मुझे वीजा मिलता था?
मुझे इसमें क्यों घसीट रहे हैं? यह तर्कहीन है, वास्तव में मुझे इन आरोपों की परवाह नहीं है. मैं अपने जीवन के उस पड़ाव पर हूं जहां मुझे इन चीजों की परवाह नहीं है, लेकिन उनकी राजनीति के स्तर को देखें. यही नहीं अरूसा ने आरोप लगाने वाले नेताओं से सवाल किए है कि आप इतना नीचे कैसे गिर सकते हो? कृपया जाकर लोगों के लिए कुछ काम करें, अगर आप सरकार में हैं तो मुझे इसमें क्यों घसीट रहे हैं? वह कहती हैं कि मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि उन्होंने कैप्टन साहब (अमरिंदर सिंह) को 18 सूत्री एजेंडा (लागू करने में उनकी विफलता) और इस तरह की चीजों के बहाने पंजाब के सीएम के पद से हटा दिया, लेकिन मूल विचार केवल उन्हें हटाने का था. और उसके बाद अब उन्हें इन बिंदुओं पर खुद पहुंचना बहुत मुश्किल हो रहा है.
क्या चन्नी के पास जादुई चिराग था मैं इस सब पर प्रतिक्रिया दे रही हूं क्योंकि आज कैप्टन साहब फेसबुक पर आए और मेरे बारे में बात की, और मैंने सोचा कि मुझे इसकी सराहना करनी चाहिए. अरूसा ने कहा कि मेरी राय में उनके खिलाफ आरोप लगाने वाले लोग राजनीतिक अनाथ हैं। वे बौने हैं, उन्हें नहीं पता कि कैप्टन को हटाने के बाद अब क्या करना है. अब इनके हाथ, फूल गए हैं. कैप्टन साहब काफी अच्छा कर रहे थे. चन्नी साहब (पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी) अब चेक बांट रहे हैं और सरकारी योजनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं. उन सभी प्रक्रियाओं की शुरुआत कैप्टन साहब ने की थी. क्या चन्नी के पास जादुई चिराग था जिसे उन्होंने रगड़ा और क्या ये सभी चेक रातों-रात बने हैं? क्या लाभार्थियों की सूची थी? अब वे नहीं जानते कि क्या करना है. वे एक गहराई से विभाजित घर हैं. अब कृपया अपनी लड़ाई अपने दम पर लड़ें, आप मुझे इस झंझट में क्यों घसीट रहे हैं?