
काशी विश्वनाथ की तरह भव्य बनेगा विंध्यवासिनी धाम, CM योगी जल्द कर सकते हैं शिलान्यास
Zee News
विंध्यवासिनी माता कॉरिडोर का निर्माण 331 करोड़ की लागत से हो रहा है. प्रथम चरण में मंदिर तक जाने वाली गलियों को चौड़ा करने का काम किया जा रहा है.
मिर्जापुर: वाराणसी में बन रहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर मिर्जापुर में बन रहे विंध्य कॉरिडोर के शिलान्यास की घड़ी भी नजदीक आ गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही विंध्यवासिनी माता कॉरिडोर का शिलान्यास कर सकते हैं. इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद आपको सुंदर, सुसज्जित व भव्य विंध्य धाम देखने को मिलेगा. भवनों-दुकानों के ध्वस्तीकरण का काम चल रहा है अभी विंध्यवासिनी माता कॉरिडोर के अंतर्गत आने वाले भवनों और निर्माण को गिराने की प्रक्रिया चल रही है. बुधवार को मिर्जापुर के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने निर्माणाधीन कॉरिडोर का निरीक्षण किया था और 15 जून तक ध्वस्तीकरण प्रक्रिया समाप्त कर मलबा हटाने का निर्देश दिया था.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









