कांग्रेस के इस नेता ने कहा- भाजपा को ‘‘हिंदू’’ शब्द को हाईजैक करने की इजाजत नहीं दी जाएगी
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अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और उत्तराखंड के लिए पार्टी की प्रचार समिति के प्रमुख ने कहा, ‘‘हिंदू होने के नाते हम वसुधैव कुटुंबकम, सर्वधर्म समभाव में यकीन करते हैं लेकिन भाजपा सर्व धर्म झगड़ा भाव में विश्वास करती है.’’
देहरादूनः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और साबिक मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘‘हिंदू’’ शब्द को हाईजैक करने की इजाजत नहीं देंगे. रावत ने शनिवार को नामा निगारों से कहा, ‘‘भाजपा ने हिंदू धर्म को इसके मूल तत्वों से दूर कर दिया है और इसे हिंदुत्व तक महदूद कर दिया है. हम अपने मूल्यों में हिंदू हैं. हम सनातन धर्म में यकीन करते हैं. हम हिंदू शब्द को हाईजैक नहीं करने देंगे.’’ अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और उत्तराखंड के लिए पार्टी की प्रचार समिति के प्रमुख ने कहा, ‘‘हिंदू होने के नाते हम वसुधैव कुटुंबकम, सर्वधर्म समभाव में यकीन करते हैं लेकिन भाजपा सर्व धर्म झगड़ा भाव में विश्वास करती है.’’ उत्तराखंडियत’’ को बरकरार रखना होगा रावत ने ऐलान किया कि पार्टी अगले महीने परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करेगी ताकि राज्य के लोगों को केंद्र और प्रदेश में भाजपा नेतृत्व वाली सरकारों की ‘‘नाकामियों’’ से रूबरू कराया जा सके. उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा का मकसद लोगों को यह बताना है कि राज्य में सरकार में बदलाव की जरूरत क्यों है ताकि इसे आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके और ‘‘उत्तराखंडियत’’ को बरकरार रखा जा सके.एनडीए में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर दोबारा विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस पर नए तरीके से विमर्श की बात की. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन और यूसीसी पर भी अपना पक्ष रखा है.
Foreign Guest List Invited to PM Modi Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. हालांकि, पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पार कर पाई है, लेकिन एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े को जरूर पार कर गया है. लिहाजा नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश की कमान संभालने जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे सोमवार को स्वीकार कर लिए. इन तीनों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. तीन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए जाने के बाद 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में अब 59 सदस्य रह गए हैं क्योंकि कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों को पहले ही दल बदल कानून के तहत अयोग्य ठहरा दिया गया था. अब 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद संख्या 59 हो गई है.