
ओमान में चक्रवात ‘शाहीन’ के कारण 12 अफराद की मौत; धीमी पड़ी हवा की रफ्तार
Zee News
ओमान की राष्ट्रीय आपात प्रबंधन समिति ने सोमवार दोपहर में बताया कि तूफान से सात और लोगों की मौत हुई. हालांकि, उन्होंने इस संबंध में तफसील से जानकारी नहीं दी.
दुबईः ओमान में चक्रवाती तूफान ‘शाहीन’ की वजह से जान गंवाने वालों की तादाद सोमवार को बढ़कर 12 हो गई, जबकि ईरान के कई मछुआरे अभी भी लापता हैं. वहीं, तूफान ओमान में आगे बढ़कर थोड़ा कमजोर पड़ गया है. ओमान के अधिकारियों ने बताया कि इतवार को चक्रवात यहां पहुंचा था. एक लापता शख्स का शव उन्हें बरामद हुआ है, वह बाढ़ के पानी में बह गया था. इसी तरह बहने से एक बच्चे की भी मौत हो गई थी. वहीं, भूस्खलन में एशिया के दो विदेशी लोगों की मौत हो गई. देश की राष्ट्रीय आपात प्रबंधन समिति ने सोमवार दोपहर में बताया कि तूफान से सात और लोगों की मौत हुई. हालांकि, उन्होंने इस संबंध में तफसील से जानकारी नहीं दी. ईरान के सरकारी टेलिविजन के मुताबिक, पाकिस्तान से लगी इस्लामिक गणराज्य की सीमा के पास गांव पासबंदर से लापता हुए मछुआरों में से एक का शव बचावकर्ताओं को बरामद हुआ है. इससे पहले, ईरानी संसद के उपाध्यक्ष अली निकजाद ने इतवार को कहा था कि चक्रवात के कारण कम से कम छह मछुआरों के मारे जाने की आशंका है.
90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है हवाएं हिंद महासागर में आने वाले चक्रवातों का पूर्वानुमान लगाने वाले शीर्ष केन्द्र, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि ‘शाहीन’ के कारण हवाएं अब 90 किलोमीटर प्रति घंटे (55 मील प्रति घंटे) की रफ्तार से चल रही हैं और आगे यह कमजोर होती रहेंगी. उसने आने वाले कुछ घंटों में, तूफान के एक उष्णकटिबंधीय दबाव में तब्दील होने का पूर्वानुमान लगाया है. ‘शाहीन’ जब पहुंचा था, तब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









