
ऑफिस शुरू करने से पहले वैक्सिनेशन चाहती हैं कंपनियां: सर्वे
Zee News
सर्वे में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर 45 प्रतिशत सीईओ ने कहा कि वे कायालयों को पूरी तरह से खोलने से पहले 50 प्रतिशत से अधिक आबादी के टीकाकरण का इंतजार करेंगे
मुंबई: भारत में तीन चौथाई सीईओ (कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी) अपने दफ्तरों को कोविड19 माहामारी के पहले जैसे सामान्य तरीके से खोलने से पहले आधी आबादी के टीकाकरण का इंतजार करने के पक्ष में है. वैश्विक स्तर पर ऐसी सोच रखने वाले सीईओ का अनुपात 45 प्रतिशत है. एक सर्वे में यह बात सामने आयी है. वैश्विक परामर्श कंपनी केपीएमजी द्वारा शीर्ष 500 सीईओ के बीच किये गये सर्वे के अनुसार ज्यादातर वैश्विक सीईओ 2022 में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद नहीं कर रहे. करीब 31 प्रतिशत भारतीय सीईओ को उम्मीद है कि इस साल स्थिति सामान्य हो सकती है. सर्वे में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर 45 प्रतिशत सीईओ ने कहा कि वे कायालयों को पूरी तरह से खोलने से पहले 50 प्रतिशत से अधिक आबादी के टीकाकरण का इंतजार करेंगे जबकि भारत में 76 प्रतिशत सीईओ ने यह बात कही है. इसमें यह भी कहा कि ये सीईओ नई वास्तविकताओं के अनुसार योजना बना रहे हैं। इनमें से करीब एक चौथाई (24 प्रतिशत) सीईओ ने स्वीकार किया कि महामारी के कारण उनका कारोबारी मॉडल सदा के लिये बदल गया है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









