एल्गार परिषद: सुरेंद्र गाडलिंग का कंप्यूटर हैक कर डाले गए थे आरोपी ठहराने वाले दस्तावेज़- रिपोर्ट
The Wire
अमेरिका के मैसाचुसेट्स की डिजिटल फॉरेंसिक कंपनी आर्सेनल कंसल्टिंग द्वारा की गई जांच रिपोर्ट बताती है कि एल्गार परिषद मामले में हिरासत में लिए गए 16 लोगों में से एक वकील सुरेंद्र गाडलिंग के कंप्यूटर को 16 फरवरी 2016 से हैक किया जा रहा था. दो साल बाद उन्हें छह अप्रैल 2018 को गिरफ़्तार किया गया था.
मुंबईः एक अंतरराष्ट्रीय फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लगभग 20 महीनों तक वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता सुरेंद्र गाडलिंग का कंप्यूटर हैक किया गया था और उसमें उन्हें आरोपी ठहराने वाले दस्तावेज प्लांट किए गए. एल्गार परिषद मामले में हिरासत में लिए गए 16 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, वकीलों और शिक्षाविदों में से एक गाडलिंग के कंप्यूटर को 16 फरवरी 2016 से ही हैक किया जा रहा था जबकि उन्हें छह अप्रैल 2018 को गिरफ्तार किया गया था. गाडलिंग के कंप्यूटर से 14 दस्तावेज मिले थे, जिसके आधार पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उन्हें लगभग तीन साल तक जेल में रखा हुआ है, जबकि ये दस्तावेज मालवेयर नेटवायर के जरिये उनके कंप्यूटर में प्लांट किए गए थे.More Related News