
उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय पहले साल के सभी स्टूडेंट्स को करेंगे प्रमोट
Zee News
राज्य और निजी दोनों यूनिवर्सिटियों को 13 अगस्त से पहले ओएमआर आधारित परीक्षा आयोजित करनी होगी जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की यूनिवर्सिटियों में ग्रेजुएट और अंडरग्रेजुएट कक्षाओं में पहले साल के सभी स्टूडेंट्स को दूसरे साल में प्रोमोट किया जाएगा. यूपी विश्वविद्यालयों में अलग-अलग ग्रेजुएट और अंडरग्रेजुएट के आखिरी साल के स्टूडेंट्स का मूल्यांकन उनकी डिग्री हासिल करने से पहले एक एग्जाम के ज़रिए किया जाएगा. ये सिफारिशें छात्रों को बढ़ावा देने के तौर तरीकों पर काम करने के लिए गठित तीन मेंबरी केमटी के ज़रिए की गई हैं. उन यूनिवर्सिटियों के लिए जहां सालाना स्कीम के तहत यूजी और पीजी दोनों पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं, समिति ने सभी पहले साल के छात्रों को दूसरे साल में प्रोमोट करने का फैसला लिया है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









