ईरान में क्यों इजरायल के समर्थन में चल रहा ऑनलाइन प्रोटेस्ट, जानें क्या है #IraniansStandWithIsrael
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इंटेलिजेंस एजेंसी की ओर से जारी किए गए इस नोटिस में देश की जनता को सोशल मीडिया पर इजरायल का समर्थन करने वाले लोगों को रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है. इसको लेकर एक वॉर्निंग जारी करते हुए कहा गया है कि इजरायल का समर्थन करते किसी भी यूजर की पहचान होने पर उसे अपराध की श्रेणी में रखा जाएगा.
नई दिल्ली: ईरान की ओर से इजरायल पर किए गए अटैक के बाद से सोशल मीडिया पर हर तरफ वर्ल्ड वॉर 3 के कयास लगाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग इजरायल और ईरान के सपोर्ट में बंटे हुए हैं. वहीं अब ईरान की इंटेलिजेंस एजेंसी 'रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स इंटेलिजेंस ऑर्गनाइजेशन' ने इसको लेकर एक नोटिस जारी किया है.
Israel-Iran Dispute: ईरान की सेना ने इजरायल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल से हमला कर दिया है. इस बात की जानकारी खुद इजरायल सेना की ओर से दी गई है. ईरान के इस हमले से मची भगदड़ में इजरायल के 12 लोगों के घायल होने की खबर है. इजरायली सेना की मानें, तो ईरान के कुछ ड्रोन को अमेरिकी सेना ने मार गिराया है. वहीं, कुछ को इजरायल के आयरन डोम ने रोक दिया है.
भारत के साथ संबंधों में खटास पैदा करना अब मालदीव के लिए आफत का सबब बन रहा है. मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी आई है. इसका सीधा असर इस द्वीपीय देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है. अब वह भारतीय पर्यटकों को लुभाने के लिए भारत के बड़े शहरों में रोड शो करने जा रहा है. इस फैसले का मकसद भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करना है और उनकी मालदीव के प्रति धारणा को बदलना है, जो राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू के सत्ता में आने के बाद सकारात्मक नहीं है.
हत्या की एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुन हर कोई हैरान-परेशान है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो एक 28 वर्षीय शख्स ने अपनी 26 वर्षीय पत्नी की क्रूरता से चाकू मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसके मृत शरीर को 200 से अधिक टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को अपने दोस्त की मदद से नदी में बहा दिया. इसके लिए उसने अपने दोस्त को 5000 रुपये भी दिए.
द गार्जियन ने भारत और पाकिस्तान के कुछ खुफिया कर्मचारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेटेड किलिंग करवाई. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे 'झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार'बताया. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पिछले खंडन पर जोर दिया कि अन्य देशों में टारगेटेड किलिंग 'भारत सरकार की नीति के अनुरूप नहीं थीं.'