
इस्लामिक स्टेट सीरिया और इराक़ में जेलों पर हमले क्यों करता जा रहा है- विश्लेषण
BBC
इस्लामिक स्टेट ने सीरिया में पिछले सप्ताह एक जेल पर हमला कर दिया जिसके बाद से वहाँ झड़प चल रही है. इस जेल में इस गुट के लगभग साढ़े तीन हज़ार संदिग्ध सदस्य और नेता बंद हैं.
हाल ही में इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने उत्तर-पूर्वी सीरिया की उस जेल पर हमला किया जहां सैकड़ों आईएस सदस्य कैद थे. इस हमले को लंबे समय बाद इस समूह की तरफ से किया गया सबसे बड़ा हमला और महत्वाकांक्षी अभियान माना जा रहा है.
लेकिन ख़तरा हर तरफ़ है. आईएस नेतृत्व बार-बार यह संदेश दे रहे हैं कि जेल में बंद जिहादी कैदियों को मुक्त कराना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. 'हदम अल-अवसर' नारे का इस्तेमाल करते हुए आईएस अपना यह संदेश हर ओर फैला रहा है. इस नारे का अर्थ है, "जेल की दीवारों को तोड़ना"।
इस नारे के साथ ही जुलाई 2013 में आईएस कई जेलों को तो़ड़ने में सफल रहा और इसने उसकी छवि को ऐसे समूह के तौर पर बनाया जो कभी अपने समर्थकों का साथ नहीं छोड़ता.
हसाका प्रांत में बिना किसी आधार, भारी सुरक्षा वाली जेल पर हालिया हमला, समूह को मज़बूत कर सकता है और साथ ही जिहादी समुदाय की नज़र में आईएस एक बार फिर खड़ा हो सकता है.
क़ैदियों को रिहा कराना
