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इंडियन SU-30MKI बना हवाई शेर तो चीन ने SU-30MKK को बनाया बमवर्षक, जब सुखोई के जेट्स में होगी जंग तो कौन पड़ेगा भारी?
Zee News
Indian SU-30MKI vs China SU-30MKK: भारत और चीन ने रूस से 90 के दशक में सुखोई-30 खरीदे थे. लेकिन अब दोनों देशों के सुखोई बदल चुके हैं. ऐसे में जानिए भारत चीन की जंग में किसका सुखोई भारी पड़ेगा.
Indian SU-30MKI vs China SU-30MKK: 90 के दशक में शीतयुद्ध खत्म हो रहा गया था. दुनिया के हर देश सुरक्षा के प्रबंध कर रहे थे. इसके साथ आर्थिक तरक्की की राह चुन रहे थे. एशिया की दो महाशक्ति देश भारत और चीन को भी सैन्य शक्ति बढ़ानी थी. इसके लिए दोनों देशों एक मल्टीरोल फाइटर जेट की तलाश थी, जिससे उनकी वायुसेना हवाई खतरे का सामना कर सके. यह तलाश भारत और चीन की रूस में खत्म हुई दोनों देशों ने सुखोई-30 लड़ाकू विमान खरीदे. : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









