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इंडियन नेवी की न्यूक्लियर सबमरीन की रफ्तार से चौकेंगे दुश्मन, परमाणु कार्यक्रम शुरू; Project-77 से समंदर आएगी सुनामी
Zee News
India's offshore nuclear program: भारत ने समंदर में तूफान लाने की तैयारी में जुट गया है. प्रजेक्ट-77 और S-5 क्लास की पनडुब्बियां तबाही मचाने वाली हैं. इसके लिए भाभा 200 मेगावॉट का परमाणु रिएक्टर बना रहा है.
India's offshore nuclear program: भारत भी रूस की तरह अंडर वाटर खतरनाक हथियारों को बनाने में लग गया है. इसके लिए प्रोजेक्ट -77 लॉन्च किया गया है. इसके तहत न्यूक्लियर अटैक पनडुब्बियां बनाई जा रही हैं. इसके अलावा S5-क्लास बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों को भी डेवलप किया जा रहा है. यह भारतीय नेवी की गुप्त परियोजनाएं हैं. इन दोनों प्रोजेक्ट के लिए भारत समंदर में 200 मेगावॉट उन्नत किस्म का परमाणु रिएक्टर तैयार कर रहा है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









