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इंडियन कमांडो को मिलेगा घातक हथियार, Rapter राइफल देगी ‘चुपचाप मौत बांटने’ की ताकत; जानें रेंज
Zee News
Raptor rifle India: भारतीय स्पेशल फोर्सेज को जल्द ही एक नया और शक्तिशाली हथियार मिल सकता है. भारत की एक निजी कंपनी SSS Defence ने एक खास स्वदेशी राइफल पेश की है, जिसका नाम रैप्टर (Raptor) है. यह राइफल खास तौर पर कमांडो की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है.
Raptor rifle India: जब बात विशेष ऑपरेशन की आती है, तो कमांडो को एक ऐसे हथियार की जरूरत होती है जो हल्का हो, बहुमुखी हो और चुपचाप काम कर सके. भारत में ऐसी जरूरतों को पूरा करने के लिए अब तक विदेशी राइफलों पर निर्भरता थी. लेकिन अब, SSS Defence ने .300 Blackout caliber की एक स्वदेशी राइफल 'रैप्टर' को पेश करके इस कमी को दूर करने का बीड़ा उठाया है. यह राइफल अपनी एडवांस टेक्नोलॉजी और डिजाइन के कारण दुश्मन को सोचने का मौका भी नहीं देगी और भारत को छोटे हथियारों के मामले में आत्मनिर्भर बनाएगी.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









