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इंडियन एयरफोर्स AI हथियार से होगी लैस, दुश्मनों के फाइटर जेट-मिसाइल को बना देगी खिलौना; यहां से होगा सारा कंट्रोल
Zee News
Indian Airforce AI Battle Managers: इंडियन एयरफोर्स अपने काम करने के तौर-तरीकों में बदलाव कर रही है. जंग के दौरान हमले की जानकारियों को जुटाने और सटीक जवाबी कार्रवाई के फैसले के लिए AI का इस्तेमाल करेगी.
Indian Airforce AI Battle Managers: दुनिया भर में जंग के तौर-तरीके बदल चुके हैं. ड्रोन जैसे हथियार व एडवांस मिसाइल किसी भी देश के लिए बड़े खतरा हैं. ऐसे में, भारतीय वायुसेना खुद को भविष्य की जंग के लिए तैयार कर रही है. इसके लिए वायुसेना को एक ऐसी टेक्निक से लैस किया जा रहा है, जो न केवल दुश्मन के हमलों का पहले से ही पता लगा लेगा. बल्कि खुद ही उन्हें नेस्तनाबूद करने का आदेश भी देगा. दरअसल, वायुसेना अपने एयर बैटल मैनेजर्स यानी ABMs को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI पर आधारित डिसीजन सपोर्ट टूल्स से लैस करने की तैयारी कर रही है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









