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इंडियन एयरफोर्स नहीं खरीदेगी Su-57E लड़ाकू विमान? AL-51 जेट इंजन के देरी से रूस को भारी नुकसान; भारत जल्द लेगा फैसला
Zee News
Su-57 AL-51 engine delay: Su-57 रूस का पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान है, जिसे दुनिया के सबसे एडवांस फाइटर जेट्स में से एक माना जाता है. भारत जैसे प्रमुख रक्षा साझेदार इस विमान को खरीदने में गहरी दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
Su-57 AL-51 engine delay: भारत अपनी हवाई ताकत को बरकरार रखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है. यही वजह है कि खुद के AMCA लड़ाकू विमान के बनने तक, 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहा है. जिसमें रूसी Su-57E की प्रबल दावेदारी है. हालांकि, हालिया खबर चिंता पैदा करने वाली है. रूस के प्रमुख स्टील्थ लड़ाकू विमान Su-57 को ताकत देने वाले एडवांस AL-51 इंजन के विकास में देरी हो रही है. यह इंजन Su-57 को उसकी पूरी क्षमता प्रदान करने के लिए बेहद जरूरी है. इस देरी के कारण, रूस अब अंतरिम समाधान के रूप में पुराने, लेकिन भरोसेमंद AL-41 इंजन का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दे रहा है. इस देरी से Su-57 के निर्यात की उम्मीदों पर सवाल उठ गए हैं, खासकर भारत जैसे बड़े खरीददार के लिए. : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









