आसिफ़ सुल्तानी: जान बचाने के लिए अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने से ओलंपिक के सपने तक
BBC
हज़ारा समुदाय से आने वाले आसिफ़ के परिवार को उत्पीड़न से बचने के लिए मजबूर होकर अफ़ग़ानिस्तान छोड़ना पड़ा था.
"हमें रास्तों में लुटेरों ने लूट लिया था. हमारे पास बचा-खुचा सामान था, बंदूक़ की नोक पर सब कुछ छीन लिया. तब मैं सात बरस का था और बुरी तरह से डर गया था." आसिफ़ सुल्तानी को अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने का वो सफ़र पूरी तरह से तो याद नहीं, लेकिन उनके दिल में धुंधली सी यादें बची हैं. हज़ारा समुदाय से आने वाले आसिफ़ के परिवार को उत्पीड़न से बचने के लिए मजबूर होकर अफ़ग़ानिस्तान छोड़ना पड़ा था. पनाह लेने के लिए जब उनका परिवार ईरान पहुँचा, तो उनके साथ शरणार्थियों जैसा बर्ताव नहीं हुआ. आसिफ़ सुल्तानी ने बीबीसी स्पोर्ट को बताया, "वहाँ दस्तावेज़ न होने के कारण हमारे साथ भेदभाव किया जाता था."More Related News