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आसमान में भारत की नई 'जासूसी आंख'! DRDO ने फिर शुरू किया सोलर-पॉवर्ड Airship प्रोजेक्ट, अंतरिक्ष में होगी तैनाती
Zee News
DRDO stratospheric airship project: DRDO के आगरा स्थित एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ADRDE) ने कुछ समय पहले इस एयरशिप का सफल परीक्षण किया था. अब इस प्रोजेक्ट को तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है.
DRDO stratospheric airship project: भारत की हवाई ताकत को बरकरार रखने के लिए DRDO ने एक बड़ा और बेहद अहम फैसला लिया है. जिसके तहत, एक बड़े और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को फिर से शुरू कर रहा है. यह प्रोजेक्ट है 'स्ट्रैटोस्फेयर एयरशिप प्लेटफॉर्म (Stratospheric Airship Platform) जो सौर ऊर्जा से चलेगा. यह विशाल एयरशिप जोकि गुब्बारे जैसा विमान है. जो करीब 17 से 22 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरेगा. वहीं, इसका मुख्य मकसद इंडियन एयर फ़ोर्स (IAF) की खुफिया जानकारी, निगरानी और टोही क्षमताओं में मौजूद कमियों को दूर करना है. यह टेक्नोलॉजी भारत को सैटेलाइट जैसी लगातार निगरानी करने की ताकत देगी, लेकिन यह सैटेलाइट से कहीं ज्यादा सस्ता और आसान होगा.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








