
आर्मी को मिले 'त्रिशूल' समेत ये 5 घातक हथियार, चीनी दुश्मन को करंट से चखाएंगे मजा
Zee News
Electricity Trident: चीन की सेना के जवान डंडा, भाला, लाठी और रॉड की मदद से युद्ध करने में एक्सपर्ट हैं. खबर है कि ऐसे ही सैनिकों के भरोसे अब चीन भारत से युद्ध करने की तैयारी कर रहा है.
नई दिल्ली: जब बात हथियारों की आती है तो हमारी सेनाएं पूरी तरह से घातक हथियारों से लैस हैं और पिछले कुछ सालों में मेड इन इंडिया (Made In India) हथियारों को बड़ी संख्या में भारतीय सैनिकों (Indian Soldiers) की मदद के लिए शामिल किया गया है. उत्तर प्रदेश की एक कंपनी ने कुछ ऐसे हथियार बनाए हैं, जो पलभर में दुश्मन को निष्क्रिय करके हमारे सैनिकों को अपर हैंड दे सकते हैं. पिछले साल चीन के साथ गलवान वैली में हुई झड़प जैसी स्थितियों के लिए ये हथियार बेहद खास हैं. आर्मी के पास आया 'वर्ज्र' और त्रिशूल..नोएडा के एक स्टार्ट-अप फर्म ने बनाया ये हथियार | |
गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने आधुनिक नॉन लीथल हथियारों के साथ भारतीय सैनिकों पर वार किया था. चीन के सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर तार वाली लाठी और टेसर से हमला किया था. जिसके बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने भी चीन को मजा चखाने के लिए गैर-घातक हथियार विकसित करने का फैसला किया, जिन्हें नोएडा की एक स्टार्ट-अप फर्म ने तैयार किया है. अन्य Videos यहां देखें -

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








