‘आनंद’ फिल्म में किशोर कुमार करने वाले थे राजेश खन्ना वाला किरदार; क्यों बदला गया हीरो ? पढ़ें
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शायर और गीतकार गुलजार ने अपनी किताब ‘‘एक्चुअली... आई मेट देमः ए मेमॉयर’’ में दिग्गज अभिनेता किशोर कुमार से जुड़े कई रोचक बातों को साझा किया है.
नई दिल्लीः शायर-गीतकार गुलजार ने अपनी नई किताब में भारतीय सिनेमा जगत की दिग्गज हस्ती किशोर कुमार के बारे में कई रोचक बातों को साझा किया है. किताब ‘‘एक्चुअली... आई मेट देमः ए मेमॉयर’’ में बताया गया है कि अपने मनमौजी स्वभाव के लिए चर्चाओं में रहने वाले किशोर कुमार एक फिल्म की शूटिंग से पहले गंजे हो गये थे. किताब में कहा गया है कि ‘‘आनंद’’ में नायक की भूमिका निभाने से बचने के लिए ‘‘पूरी तरह से गंजे’’ होने से, लेकर अपनी अलमारी के पीछे एक ‘‘गुप्त सीढ़ी’’ से गायब होने तक वह निर्माताओं को परेशान करने के लिए कई तरकीबें निकाल लेते थे. महान गायक को अपना ‘‘दोस्त’’ बताते हुए 87 वर्षीय लेखक ने स्वीकार किया कि किशोर कुमार ऐसे व्यक्ति थे जिनके साथ आप ‘‘बहुत लंबे समय तक नाराज या परेशान’’ नहीं रह सकते थे.
फिल्म में नहीं करना था काम, इसलिए सर मुंडवाकर आ गए किशोरदा गुलजार के मुताबिक, अभिनेता राजेश खन्ना के बजाय किशोर कुमार शुरू में 1971 में आई फिल्म ‘‘आनंद’’ में अभिनय करने के लिए तैयार थे, लेकिन शूटिंग से कुछ दिन पहले किशोर कुमार ने फिल्म में अपने रूप पर चर्चा के लिए एक बैठक में पूरी तरह से गंजे होकर सबको चैंका दिया था. इसमें कहा गया है, ‘‘हम सब चैंक गए! किशोरदा नाचते और गाते हुए कार्यालय के चारों ओर गये, ‘अब आप क्या करेंगे, ऋषि (फिल्म के निर्देशक हृषिकेश मुखर्जी)?’’ कुमार की सुपरहिट फिल्म के संवाद लिखने वाले गुलजार ने लिखा, ‘‘इसके बाद राजेश खन्ना को बहुत ही कम समय में भूमिका के लिए तैयार किया गया. शायद किशोरदा कभी भी इस किरदार को निभाना नहीं चाहते थे.’’ इस फिल्म ने कई पुरस्कार जीते, जिसमें 1972 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का फिल्मफेयर पुरस्कार भी शामिल है.
Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.
West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़क उठी. इससे राज्य की सियासत गरमा गई है. यह घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है. बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया.
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना में बदलाव हो सकते हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है. इस सर्वे में सामने आने वाले निष्कर्षों को देखते हुए आगे योजना में बदलाव को लेकर सरकार से सिफारिश की जा सकती है. हालांकि अभी इस संबंध में सेना या सरकार की ओर से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.