असम: बंद पड़ी पेपर मिल के एक और कर्मचारी की मौत, संघ ने कहा- कुल मृतक संख्या 92 हुई
The Wire
असम में नगांव पेपर मिल और कछार पेपर मिल के जॉइंट एक्शन कमेटी ऑफ रेकग्नाइज़्ड यूनियन्स ने दावा किया है कि 14 जून के बाद से बंद मिलों के चौथे कर्मचारी की मौत हुई है और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पिछले ढाई महीने में यह छठी मौत है. पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के कार्यकाल के दौरान भुखमरी या फिर इलाज की कमी के कारण 85 अन्य कर्मचारियों की मौत हो चुकी है.
कुल मृतकों में चार लोगों ने आत्महत्या की थी. ये दोनों पेपर मिल पिछले कुछ वर्षों से बंद पड़ी हैं. मृतक की पहचान 61 वर्षीय धारणी सैकिया के रूप में हुई. वह डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे. मोरीगांव जिले के जगीरोड में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. नंगाव और कछार पेपर मिल के जॉइंट एक्शन कमेटी ऑफ रेकग्नाइज्ड यूनियन्स के अध्यक्ष मानबेंद्र चक्रवर्ती ने दावा किया कि सैकिया को उचित मेडिकल उपचार नहीं मिल पाया. उन्होंने दावा किया कि अन्य कर्मचारियों की मौत भी मेडिकल इलाज के अभाव या भूख के चलते हुई है. चक्रवर्ती के अनुसार, 14 जून के बाद से बंद पेपर मिलों के चौथे कर्मचारी की मौत हुई है और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पिछले ढाई महीने में यह छठी मौत है.More Related News