
असम-बंगाल विधान सभा चुनाव पर Jitendra Singh ने Zee News से की Exclusive बातचीत
Zee News
पश्चिम बंगाल (West Bengal Assembly Election 2021) की 294 विधान सभा सीटों पर 8 चरणों में चुनाव होगा. जबकि असम (Assam Assembly Election 2021 Date) की 126 विधान सभा सीटों पर 3 चरणों में चुनाव होना है. दोनों ही राज्यों में पहला चरण 27 मार्च को शुरू होगा और सभी चरण समाप्त होने के बाद 2 मई को रिजल्ट आएगा.
नई दिल्ली: देश के 4 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में बहुत जल्द विधान सभा चुनाव (Assembly Election 2021) होने जा रहे हैं. सभी पार्टियों जोर शोर से चुनाव प्रचार करने में जुटी हुई हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) पहले ही चुनावों में जीत का दावा कर चुकी है. इसी बीच राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने असम और पश्चिम बंगाल चुनावों (Assam and West Bengal Election) को लेकर ZEE NEWS से Exclusive बातचीत की है. सवाल-1: असम में विधान सभा चुनाव होने हैं. आप मान के चल रहे हैं कि सत्ता में वापसी होगी. लेकिन विपक्ष, खासकर राहुल गांधी लगातार कह रहे हैं कि असम में आप को बेदखल करेंगे.जवाब: पिछले 6 साल में लोगों ने देखा है कि असम में कितना परिवर्तन हुआ है. इसका सबसे ज्यादा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को जाता है. उन्होंने पूर्वोत्तर के 45 से ज्यादा दौरे किए हैं, जिसमें 35 से ज्यादा बार वे असम आए हैं. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) के दौरे को अगर हम याद करें तो वह भी इससे कम हो जाएगा. मनमोहन सिंह असम से ही सांसद थे, लेकिन उनका यहां आना तभी होता था जब नॉमिनेशन भरना होता था. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने सारे व्यवस्था को इस तरह संचालित किया कि यहां पर विकास की धारा बहने लगी. कांग्रेस के लोग स्वीकार करें या ना करें, लेकिन जब उनका कोई नेता यहां आता था तो कहा जाता था कि लीडर फ्रॉम इंडिया यहां आया है. लेकिन पिछले 6 साल में देखा जाए तो कोई ऐसा समय नहीं रहा कि पूर्वोत्तर में केंद्र का कोई मंत्री न आया हो या भाजपा का कोई नेता यहां ना आए हो. जहां तक विकास का संबंध है, पहले असम से हड़ताल, हिंसा की खबरें आती थीं या फिर कोई भ्रष्टाचार का बड़ा घोटाला सामने आता था. लेकिन आज जो नई पीढ़ी है वह तो भूल भी बैठा है कि यहां पर कभी रोड ब्लॉक होता था. शांति और विकास एक दूसरे के पूरक हैं और हमने यहां पर शांति लाया है, विकास लाया है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








