)
अमेरिका की टेंशन खत्म! रूस S-400 के चौथे स्क्वाड्रन सप्लाई करने को तैयार; इस तारीख तक होगी फाइनल डिलीवरी
Zee News
S-400 India deal: रूस द्वारा डिलीवरी जारी रखना बताता है कि उसने भारत को सबसे पहले अपने रक्षा उत्पाद देने को प्राथमिकता दी है, भले ही उसके घरेलू उत्पादन पर दबाव हो. आपको बता दें, S-400 के चौथे स्क्वाड्रन की 2026 में होने वाली डिलीवरी, भारत की हवाई सुरक्षा को तगड़ी ताकत देगी, जिससे देश की क्षेत्रीय सुरक्षा में मजबूती आएगी.
S-400 India deal: भारत को आयरन डोम व गोल्डन डोम जैसे डिफेंस ताकत देना वाले S-400 की ताकत से दुनिया वाकिफ है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की हर गुस्ताखी को हवा में ही नेस्तनाबूद करने वाले S-400 को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आई है. दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसकी सफलता के बाद, भारत अपने डिफेंस खेमे में और भी S-400 शामिल करने पर विचार बनाया. वहीं, पहले से ही ऑर्डर, रूस ने भारत को S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के चौथे स्क्वाड्रन की सप्लाई के लिए अपनी मजबूत कमिटमेंट दोहराई है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








