अमित खरे: बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी से प्रधानमंत्री मोदी के सलाहकार तक
BBC
अमित खरे कई बार चर्चा में रहे हैं. एक अधिकारी के रूप में उन्होंने कई ऐसी भूमिकाएं निभाई हैं, जिनका ज़िक्र किया जाता है.
साल 1977 में सोलह साल के रहे अमित खरे ने रांची के एक केंद्रीय विद्यालय से मैट्रिक (दसवीं) की परीक्षा पास की तो, उन्हें क़रीब 80 फ़ीसद नंबर मिले थे.
वे उस साल अपने स्कूल के टॉपर रहे. इसके बाद की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफ़ंस कॉलेज से की.
फिर भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) अहमदाबाद गए और वहां से मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजीएम) किया. बाद में उन्होंने अमेरिका के साइकेरस यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई भी की.
साल 1985 में वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के लिए चुने गए. पहले बिहार और बिहार विभाजन के बाद (2000) में झारखंड कैडर के अधिकारी रहे अमित खरे भारतीय प्रशासनिक सेवा से अपनी हालिया सेवानिवृति के बाद अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार नियुक्त किए गए हैं.
इस कारण वे चर्चा में हैं लेकिन यह पहला मौक़ा नहीं है, जब उनकी चर्चा हो रही हो.