
अब विश्व धरोहर बना शांतिनिकेतन, UNESCO ने अपनी लिस्ट में किया शामिल, PM बोले-गर्व का क्षण
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शांति निकेतन की स्थापना विश्वकवि और नोबेल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर के पित महर्षि देवेंद्र नाथ टैगोर ने की थी. यह जगह पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोलपुर इलाके में स्थित है जो राजधानी कोलकाता से करीब 152 किलोमीटर की दूरी है.
नई दिल्ली. यूनेस्को ने पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन को अपनी विश्व धरोहर की सूची में जगह दी है. सऊदी अरब के रियाद में चल रहे यूनेस्को विश्व धरोहर कमेटी के 45वें सेशन में शांति निकेतन को इस विशेष सूची में शामिल कर लिया. यूनेस्को ने X प्लेटफॉर्म पर भी इसकी घोषणा की. Delighted that Santiniketan, an embodiment of Gurudev Rabindranath Tagore's vision and India's rich cultural heritage, has been inscribed on the World Heritage List. This is a proud moment for all Indians.
— Narendra Modi (@narendramodi)

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









