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अब 'पुष्पा' गिराएगा आसमान में दुश्मनों का ड्रोन, क्या आपने सुना है भारत के एकमात्र पक्षी दस्ते के बारे में?
Zee News
Pushpa joins India's garuda squad: यह पक्षी दस्ता पहली बार 2019 में अस्तित्व में आया. अब यह पांच सदस्यीय दस्ता बन गया है. इसमें चील भी शामिल हैं. इनसे ये फायदा है कि रेडियो फ्रीक्वेंसी जैमर की तैनाती के बिना भी यह सार्वजनिक स्थानों पर वीआईपी और वीवीआईपी को हवाई सुरक्षा दे सकते हैं.
India's only avian drone hunting squadron: पक्षी के रूप में एक ऐसा हथियार मिला है, जो दुश्मनों के ड्रोन पर सीधा वार करेगा. तेलंगाना पुलिस की खुफिया और सुरक्षा विंग (ISW) में एक नया सदस्य शामिल हुआ है. इसका नाम पुष्पा है. लेकिन यह सिल्वर स्क्रीन वाला पुष्पा नहीं, बल्कि एक राजसी बोनेली ईगल है जो आसमान में उड़ते हुए ड्रोन का शिकार करेगा. पुष्पा, एम्बुश, मिसाइल, पृथ्वी और एक अन्य पक्षी के साथ मिलकर गरुड़ स्क्वाड का हिस्सा बन गया है. यह स्क्वाड भारत का एकमात्र ऐसा एवियन स्क्वाड है, जो ड्रोन (मानव रहित विमान) का शिकार करता है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








