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अब आ के दिखाओ! DRDO ने इंडियन नेवी को दिया 'दिवाली' का तोहफा; 500KM की रेंज के साथ रखेगा समंदर पर पैनी नजर
Zee News
SWOTH-Radar: DRDO का SWOTH-Radar इंडियन नेवी को 500 किलोमीटर तक समुद्री और हवाई लक्ष्यों की लंबी दूरी से निगरानी और ट्रैकिंग की क्षमता देगा. इसकी बाय-स्टैटिक डिजाइन और HF सिग्नल इसे स्टेल्थ और खराब मौसम में भी प्रभावी बनाते हैं.
SWOTH-Radar: भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने इंडियन नेवी के लिए एक नई और बेहद एडवांस Surface Wave Over-The-Horizon Radar (SWOTH) पर काम शुरू किया है. यह रडार तकनीक पारंपरिक रडारों की तुलना में बहुत आगे है और इसे समुद्र में मौजूद सतही जहाजों, पनडुब्बियों और कम ऊंचाई पर उड़ रहे विमानों को लंबी दूरी से ट्रैक करने के लिए डिजाइन किया गया है. SWOTH-Radar हाई फ्रीक्वेंसी (HF) सिग्नल का इस्तेमाल करता है, जिससे यह रडार पृथ्वी की सतह के साथ सिग्नल को फैलाकर 500 किलोमीटर तक के लक्ष्य को पहचान सकता है, जबकि पारंपरिक रडार केवल 20-50 किलोमीटर तक ही देख पाते हैं.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









