
अफ़ग़ानिस्तान से वापस लौटती विदेशी सेना और पुराने दिनों की आहट
BBC
साल 1989 में अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत सेनाओं के तबाही भरे अभियान के बाद कई दूतावास अपना सामान समेटकर लौटने लगे थे. अब अमेरिकी सेनाओं के जाने के बाद वहाँ समय का पहिया वापस कैसे घूम रहा है?
शीत युद्ध अपने चरम पर था. काबुल की ठिठुरती ठंड में मेरे पास एक नोट आया. ये 'अंतिम चेतावनी' थी. "मुझे आपको सलाह देनी है कि फ़िलहाल उड़ानें उपलब्ध हैं और आप बिना देर किए अफ़ग़ानिस्तान छोड़ दें." ये नोट ब्रिटिश चार्ज डी'एफ़ेयर की तरफ़ से आया था. तालिबान से जान बचाकर भागे अफ़ग़ानिस्तान के सैनिक अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के कदमों की धमक, 1700 भारतीयों का क्या होगा? 11 दिन बाद, 30 जनवरी 1989 को अमेरिकी चार्ज डी'एफ़ेयर ने एक साधारण समारोह में अमेरिकी ध्वज नीचे उतार लिया.More Related News
