
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: रेप पीड़ित महिलाओं को इंसाफ़ मिलना अब भी मुश्किल
BBC
बीबीसी गुजराती ने अपनी पड़ताल और विश्लेषण में पाया है कि ऐसे मामले पूरे देश में हैं, जहां पीड़िताओं को बेहद कम मुआवज़ा मिलता है.
साल 2020 में गुजरात के बनासकांठा ज़िले के पालनपुर तालुका की 21 साल की लड़की के साथ बलात्कार हुआ था.
पीड़िता आंशिक रूप से बोलने में अक्षम थी.
उनकी माँ ने शिकायत दर्ज कराई कि बेटी के साथ बलात्कार की घटना को दो साल बीतने के बाद भी उन्हें एक रुपए की आर्थिक मदद नहीं मिली है.
उनका कहना है कि आर्थिक मदद पाने का उनका आवेदन ज़िला न्यायिक सेवा प्राधिकरण में दिया हुआ है, जहाँ से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है.
कुछ यही स्थिति राज्य के अमरेली ज़िले के राजुला ग्राम की 13 साल की बच्ची की है, जो मानसिक रूप में विकलांग हैं. जब उनके साथ दुष्कर्म हुआ था तो उनके परिवार को यह पता ही नहीं चला था कि बेटी के साथ बलात्कार हुआ है. परिवार को छह महीने के बाद बेटी के साथ हुए अपराध का पता चला.
