बुख़ार कम ही नहीं हो रहा? बच्चों और नौजवानों को इस बार ज़्यादा कोरोना हो रहा है? क्या आप भी ये सब रोज़ सुन रहे हैं. जानिए इन सवालों में कितनी सच्चाई है?
बीजेपी की तरफ़ से लोगों को मुफ़्त में कोरोना संक्रमण की दवा का वितरण करने पर कई सवाल खड़े हुए हैं. सबसे बड़ा सवाल है कि बीजेपी के पास ये इंजेक्शन आए कहां से?
पटना के दानापुर में चल रहे एक बाल सुधार गृह से जुड़े लोगों पर इसलिए राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज किया गया है क्योंकि उन्होंने सीएए-एनआरसी से जुड़ी परिचर्चा आयोजित की थी.
साल 2012 में टीएमसी युवा मोर्चा अध्यक्ष के तौर पर शुभेंदु अधिकारी काफी ताकतवर हो रहे थे, कहा जाता है कि उनके पर कतरने के लिए अभिषेक बनर्जी को आगे लाया गया.
कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद भी कुछ लोगों को कोरोना हुआ. इसके बाद लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. उन्हीं सवालों के जवाब तलाशती है ये रिपोर्ट.
पश्चिम बंगाल में तमाम राजनीतिक दलों की रैलियों और चुनाव अभियान के दौरान न तो कहीं किसी के चेहरे पर मास्क नज़र आता है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन हो रहा है.
लगभग 60,000 करोड़ रुपये वाले रफ़ाल सौदे पर हुआ विवाद एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. इसकी ख़ास वजह फ़्रांस की एक मीडिया कंपनी 'मीडियापार्ट' की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट है.
बीबीसी ने अपनी पड़ताल में कई शिकायतें सुनीं जिनमें गुंदेचा बंधुओं पर यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं. हालांकि उमाकांत और अखिलेश ने इन आरोपों से इनकार किया है.
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों और सुरक्षाबल के जवानों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान मारे गए हैं. इससे सरकारी नीतियों पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा है कि फ़िलहाल भारत के साथ संबंध सामान्य होना मुमकिन नहीं है. देखिए वरिष्ठ पत्रकार वुसअतुल्लाह ख़ान की टिप्पणी.
शिवाजी ने बहाना किया कि वो बीमार हैं. मुगल पहरेदारों को उनकी कराहें सुनाई देने लगी...पढ़िए, उनके औरंगजेब की क़ैद से बच निकलने की पूरी कहानी आज शिवाजी की 341वीं पुण्यतिथि है.
इस स्वास्थ्य योजना से जुड़ने के बाद राज्य के सभी सरकारी अस्पताल और सम्बद्ध निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज का लाभ मिलेगा. जाने और क्या क्या है इस योजना में.
दिग्गज अभिनेता रजनीकांत को 51वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसका ऐलान किया.
महज़ 24 घंटे के भीतर ब्याज दरों को कम करने के फ़ैसले को वापस लेने पर केंद्र सरकार की एक ओर किरकिरी हो रही है, तो दूसरी तरफ़ जानकार कहते हैं कि ये कटौती आज नहीं तो कल लागू होनी ही है.