Navratri Day 5, Skandmata Puja: स्कंदमाता की पूजा से तीव्र होगी स्मरण शक्ति, जानें सम्पूर्ण पूजा विधि
News18
Chaitra Navratri 2021 Fifth Day Worship Maa Skandmata Puja Know All Puja And Riuals- देवी स्कंदमाता की कृपा से ही कालिदास द्वारा रचित रघुवंशम महाकाव्य और मेघदूत जैसी रचनाएं हुई हैं. मां स्कन्दमाता को वैसे तो जौ-बाजरे का भोग लगाया जाता है, लेकिन शारीरिक कष्टों के निवारण के लिए माता को केले का भी भोग लगाया जाता है.
आज नवरात्रि (Navratri 2021) के पांचवे दिन मां दुर्गा (Maa Durga) के चौथे स्वरुप मां 'स्कंदमाता' की पूजा अर्चना हो रही है. स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता के कारण इन्हें स्कन्दमाता कहा गया है. भगवान स्कंद बालरूप में इनकी गोद में विराजित हैं. मां की चार भुजाएं हैं जिसमें दोनों हाथों में कमल के पुष्प हैं. देवी स्कन्दमाता ने अपने एक हाथ से कार्तिकेय को अपनी गोद में बैठा रखा है और दूसरे हाथ से वह अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान कर रही हैं. कहा गया है कि देवी स्कंदमाता की कृपा से ही कालिदास द्वारा रचित रघुवंशम महाकाव्य और मेघदूत जैसी रचनाएं हुई हैं. मां स्कन्दमाता को वैसे तो जौ-बाजरे का भोग लगाया जाता है, लेकिन शारीरिक कष्टों के निवारण के लिए माता को केले का भी भोग लगाया जाता है. मान्यता है कि संतान सुख और तीव्र बुद्धि के लिए स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की जाती है. ...More Related News