
IPS अफसर ने दिखाया अपना आलीशान सरकारी बंगला, VIDEO
AajTak
सोशल मीडिया पर IPS अभिषेक पल्लव के सरकारी आवास का एक वीडियो सामने आया है. इसमें उनके आलीशान घर के अलग-अलग जगहों को दिखाया गया है. IPS एक मंजिला बंगले में रहते हैं. बंगले में एक बड़ा गार्डन एरिया और उसमें एक ट्री हाउस भी बना हुआ है. 2013 बैच के IPS अभिषेक पल्लव फिलहाल दुर्ग जिले के एसपी हैं.
आमतौर पर लोगों को IAS और IPS की निजी जिंदगी से जुड़े पहलुओं के बारे में जानने की दिलचस्पी होती है. उनलोगों के रहन-सहन से लेकर प्रोफेशनल लाइफ तक के बारे में जानकारी रखना लोगों को पसंद होता है. ऐसे में सोशल मीडिया पर IPS अभिषेक पल्लव के सरकारी आवास का एक वीडियो सामने आया, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं.
एक यूट्यूब वीडियो में खुद IPS अभिषेक पल्लव ने होम टूर कराया है. IPS का आवास काफी बड़े एरिया में फैला हुआ दिखता है. वीडियो में एंट्रेंस से IPS अभिषेक अंदर आते हैं. वह अपने एक मंजिला सरकारी बंगले तक पहुंचते हैं. बंगले की गैलरी में एक झूला भी दिखता है. बंगले के ठीक सामने गार्डेन एरिया है. इसके चारों तरफ गमले में पौधे लगे दिखते हैं.
2013 बैच के IPS अभिषेक पल्लव के सरकारी घर में एक बड़ा गार्डेन एरिया है. इसके बीच में एक शेड के नीचे सिटींग एरिया भी है, जिसके चारों तरफ हरियाली दिखती है. गार्डेन में झूला भी है, यहां बैठकर IPS अखबार पढ़ा करते हैं. गार्डेन में एक ट्री हाउस भी दिखता है. इस तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ी भी लगाई गई है.
IPS का यह घर काफी आलीशान और सुंदर दिखता है. यह बंगला उन्हें दंतेवाड़ा के एसपी पद पर कार्यरत होने के बाद मिला था. बता दें कि IPS अभिषेक पल्लव अपने काम करने के तरीके को लेकर बहुत पॉपुलर भी हैं. उनसे जुड़े दो किस्से बहुत चर्चा में रहे हैं.
पहला, मार्च 2017 की बात है. वह छत्तीसगढ़ के नक्सली प्रभावित क्षेत्र बस्तर में एडिशनल एसी के पद पर पोस्टेड थे. एक दिन काउंटर-इनसरजेंसी ऑपरेशन के दौरान सोमारू नाम के एक नक्सली को उन्होंने गोली मार दी. फिर तुरंत अभिषेक ने सोमारू के इलाज के लिए उन्हें हॉस्पीटल में भी भर्ती करवाया.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









