Google Doodle Otto Wichterle: कॉन्टैक्ट लैंस के जनक ओटो विक्ट्रे, जिन्होंने भारी भरकम चश्मों से दिलाई निजात
News18
Google Doodle: 1913 में चेक गणराज्य (तब ऑस्ट्रिया-हंगरी) के प्रोस्टेजोव में जन्में ओटो ने 1936 में प्राग इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT) से ऑर्गेनिक केमिस्ट्री डॉक्टरेट हासिल की. 1950 के समय में उन्होंने इसी संस्थान में प्रोफेसर के तौर पर काम किया.
नई दिल्ली. दुनिया को चश्मे से निजात दिलाकर सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लैंस का तोहफा देने वाले चेक कैमिस्ट ओटो विक्ट्रे (Otto Wichterle) का आज 108वां जन्मदिन है. इस मौके पर गूगल ने डूडल (Google Doodle) के जरिए याद किया है. उनके तैयार किए हुए आधुनिक लैंस का इस्तेमाल आज दुनिया के करीब 14 करोड़ लोग कर रहे हैं. गूगल ने उन्हें जन्मदिन की बधाई के साथ अविष्कार के लिए धन्यवाद भी किया है.
डूडल में नजर आ रहा है कि ओटो कॉन्टैक्ट लैंस का एक टुकड़ा अपनी उंगलियों पर रखे हुए हैं. इस दौरान बैकग्राउंड में रिफ्लेक्ट हो रही लाइट गूगल का लोगो बना रही है. 1913 में चेक गणराज्य (तब ऑस्ट्रिया-हंगरी) के प्रोस्टेजोव में जन्में ओटो ने 1936 में प्राग इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT) से ऑर्गेनिक केमिस्ट्री डॉक्टरेट हासिल की. 1950 के समय में उन्होंने इसी संस्थान में प्रोफेसर के तौर पर काम किया. इस दौरान वे आंखों के प्रत्यारोपण के लिए सोखने वाले और पारदर्शी जेल को विकसित करते रहे.
सियसी उथल पुथल के चलते उन्हें ICT को अलविदा कहना पड़ा. इसके बाद उन्होंने घर पर ही हाइड्रोजेल डेवलपमेंट का काम शुरू किया. 1961 में ओटो ने बच्चों के इरेक्टर सेट, साइकिल लाइट की बैटरी, फोनोग्राफ मोटर और ग्लास ट्यूबिंग और मोल्ड्स के बने DIY उपकरण से पहला सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लैंस तैयार किया. 18 अगस्त 1998 में 84 साल की उम्र में ओटो ने अंतिम सांस ली.