समीर वानखेड़े से NCB ने की पूछताछ, बने रहेंगे क्रूज ड्रग्स केस के जांच अधिकारी: NCB DDG
News18
Mumbai Cruise Drugs Case: नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एनसीबी) के उत्तरी क्षेत्र के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने बुधवार को बताया कि विभागीय सतर्कता जांच के तहत उन्होंने एजेंसी के मुंबई क्षेत्र के निदेशक समीर वानखेड़े का बयान दर्ज करने का कार्य शुरू कर दिया है. यह जांच क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ मिलने के बाद एक आरोपी से कथित वसूली के आरोपों को लेकर की जा रही है. वानखेड़े ने रविवार को मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागरले को पत्र लिख कर उनके खिलाफ कुछ अज्ञात लोगों द्वारा संभावित कानूनी कार्रवाई की योजना बनाये जाने से संरक्षण की मांग की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि वे लोग उन्हें फंसाना चाहते हैं.
नई दिल्ली. मुंबई क्रूज ड्रग केस (Mumbai cruise drugs case) मामले के बीच NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) बुधवार को मुंबई में एजेंसी की 5 सदस्यीय टीम के सामने पेश हुए. नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के उत्तरी क्षेत्र के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने इस बारे में न्यूज एजेंसी एएनआई को जानकारी दी कि समीर वानखेड़े से पूछताछ की गई और जरूरत पड़ने पर और पूछताछ की जाएगी. सिंह ने कहा कि समीर वानखेड़े से आज पूछताछ की गई. उन्होंने मामले से संबंधित वह सभी दस्तावेज जमा किए जो उनसे मांगे गए थे. सिंह ने कहा कि जरूरत पड़ी तो उससे और पूछताछ की जाएगी. एनसीबी के डीडीजी ने कहा कि जब तक उनके खिलाफ पर्याप्त जानकारी नहीं मिलती तब तक वह क्रूज पर ड्रग्स के मामले में जांच अधिकारी बने रहेंगे.
ज्ञानेश्वर सिंह ने आगे कहा कि एनसीबी की 5 सदस्यीय जांच टीम ने आज एक हलफनामे के जरिए प्रभाकर सेल द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच शुरू की. उन्होंने बताया कि हमने दक्षिण पश्चिम क्षेत्र के कार्यालय से मुख्य गवाह केवी गोसावी और सेल को नोटिस जारी करने का अनुरोध किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं किया जा सका है. डीडीजी सिंह ने मीडिया को बताया कि पांच सदस्यीय सतर्कता टीम बुधवार सुबह मुंबई पहुंची और उसने अपनी जांच शुरू कर दी है जिसके तहत दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट स्थित कार्यालय से कुछ दस्तावेजों और रिकॉर्डिंग को एकत्र किया गया है. सिंह वसूली के मामले की विभागीय सतर्कता जांच का नेतृत्व कर रहे हैं.
गवाह ने वानखेड़े के खिलाफ कही थी ये बात एनसीबी ने मामले में स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल के दावों की सतर्कता जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने दावा किया था कि क्रूज़ जहाज छापेमारी मामले में आरोपी आर्यन खान को छोड़ने के लिए एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े सहित एजेंसी के कुछ अधिकारियों ने 25 करोड़ रुपये मांगे थे.
सूत्रों ने पहले कहा था कि जांच में इस मामले में एनसीबी के एक अन्य स्वतंत्र गवाह के पी गोसावी के छापेमारी के बाद आर्यन खान के करीब होने और तीन अक्टूबर को मुंबई में अंतरराष्ट्रीय क्रूज़ टर्मिनल से गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को हिरासत में सौंपने के दौरान अधिकारियों द्वारा अपनाई गई प्रक्रियाओं पर भी गौर किया जाएगा.