शहीदों के घर पहुंचे, विकास का वादा किया; अमित शाह ने 3 दिनों में जम्मू-कश्मीर को दिए ये 5 संदेश
News18
Amit Shah in Jammu-Kashmir: अमित शाह ने सुरक्षाबलों को संदेश दिया कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकवाद में गिरावट देखी गई है, पत्थरबाजी कम हुई है, लेकिन बलों को आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक रहना चाहिए और एक साथ करीब से काम करना चाहिए.
(अंकुर शर्मा)
नई दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) का जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) दौरा पूरा हो गया है. अनुच्छेद 370 (Article 370) हटने के बाद पहली बार केंद्र शासित प्रदेश पहुंचे शाह ने ‘एक भारत’ की झलक दिखाई. यहां उन्होंने संदेश दिया है कि आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ जंग में जान गंवाने वाले शहीदजों और उनके परिवार के साथ पूरा देश है. इस दौरान वे गुरुद्वारा, मंदिर गए और सूफी संतों से भी मिले. साथ ही उन्होंने कश्मीरियों से कहा है कि राज्य को नई ऊचाइंयों तक ले जाने के लिए विकास ही एकमात्र रास्ता है.
भारी सुरक्षा के बीच दौरा कर रहे शाह ने जब जनता के सामने जाकर बात की, तो सुरक्षा में भी ढील दी गई. इसका उदारहण है, उन्होंने जनता से खुलकर बात करने के लिए पोडियम पर लगे बुलेटप्रूफ ग्लास को हटवा दिया थे. तीन दिवसीय यात्रा के दौरान शाह ने केंद्र शासित प्रदेश को ये पांच संदेश दिए.
शहीदों और नागरिकों के परिवारों के साथ है भारत तीन दिनों के दौरान शाह ने आतंकी घटनाओं में मारे गए सुरक्षाबलों के जवानों के परिवार से मुलाकात की. उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उनके यहां पहुंचने के बाद उनके एजेंडा में सबसे पहले पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिवार से मुलाकात थी. मुलाकात के दौरान उन्होंने अहमद की पत्नी को नौकरी की पेशकश की. मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहे पुलिस इंस्पेक्टर की आतंकियों ने जून में हत्या कर दी थी. सुरक्षा को लेकर आयोजित बैठक के बाद वे घाटी में जान गंवाने वाले शहीदों और नागरिकों के परिवार से मिले.